Monday, 23 January 2017

देश की प्रगति की राह निश्चित करने वाला हो अपना "गणतंत्र"

26 जनवरी 1950 को लागू हुए देश के संविधान को इस वर्ष 67 वर्ष पूर्ण होने जा रहे हे। इन 67 वर्षों में देश में कई उतार- चढ़ाव आये, कई विपदाएं आई, देश ने चार समर झेले, इस देश ने जनता के सहयोग से उन विपदाओं पर विजय प्राप्त की।
हमारी भारतभूमि ऋषियों-मुनियों, त्यागियों-तपस्वियों, दानवीरों और जनता के हित के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर देने वाले राजाओं-महाराजाओ की भूमि है, जिन्होंने जनता के दुःख-दर्द को अपना माना और उनके निदान के लिए अपने जीवन को भी होम कर दिया। ऐसे दानवीर दधीचि हो या राजा शिबि, गुरु गोविंद सिंह जी हो या महाराणा प्रताप। सबने जनता के सुख के लिए अपने सुखों का त्याग किया और ऐसे वीर महापुरूषों के कारण ही इस धरती पर गणतंत्र की स्थापना हुई।
आजादी के 70 वर्षों के पश्चात इस गणतांत्रिक देश में गण अर्थात जनता पर तंत्र अर्थात नेताओ का प्रभुत्व नजर आता हैं।
देश आज भुखमरी, गरीबी, अशिक्षा, विकराल भ्रष्टाचार, जातिगत भेदभाव जैसी विकट परिस्थितियों से गुजर रहा है। एक ओर हम ऊँची मीनारे बनाकर, देश में हाईस्पीड ट्रेनें चलाकर, विश्व में भारत का डंका बजाकर और हमारे प्रयोगों से चाँद पर भी जगह बनाकर खुश है कि हम उन्नति कर रहे है, परन्तु भारत देश की एक तस्वीर ओर है जिसमें देश की गरीब जनता को एक समय की रोटी नसीब नही होती? एक बड़ा वर्ग जिसे शिक्षा का अर्थ नही मालूम? हर छोटे से छोटे काम के लिए भ्रष्ट अफसरों की जेब भरने वाला भ्रष्टाचार हो या जी-तोड़ मेहनत करके, दिन रात एक करके फसल उगाने के बाद भी मन चाही रकम ना मिलने पर आत्महत्या को मजबूर किसान हो फिर भी जातिगत आधार पर नेता बने बैठे तंत्र को कोई फर्क नही पड़ता। उसे फर्क पड़ता है केवल इस बात का की वोट कैसे प्राप्त हो, इसके लिए वो सारी संवैधानिक व्यवस्था को पीछे धकेल देता हैं और जनता से वादे करके, जातिगत बाते बनाकर वोट प्राप्त करता है और फिर उच्च पदों पर जाकर सारी गणतांत्रिक व्यवस्था को निचा दिखाता है।


आज केंद्र में जनता द्वारा चुनी हुई पूर्ण बहुमत वाली तथा पारदर्शी कहलाने वाली सरकार बैठी है, उसको चाहिए की गरीबी उन्मूलन, अशिक्षा का अंधकार, भुखमरी से मरती जनता और जी तोड़ मेहनत करने के बाद भी आत्महत्या को मजबूर किसान की समस्याओं को समझें तथा उन समस्याओं को खत्म करने में देश की जनता का सहयोग लेकर देश की प्रगति की राह निश्चित करे. देश की जनता को भी चाहिए की सरकार के अच्छे कार्य में हाथ बटाकर भारतमाता को परम वैभव के शिखर पर ले जाने अपना यथोचित दायित्व निर्वहन करे||
भारत माता की जय......... 


-पवन सिंह "अभिव्यक्त"
मो. 09406601993

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