⚡ मकर सक्रांति पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं⚡
मकर संक्रांति पर प्रस्तुत कुछ पंक्तियाँ
हे ईश्वर तू कृपा करना,
जीवन की डोर को थामना,
पतंग की भांति उड़ती जाये,
मुश्किलों का ना हो सामना।
राहों का संक्रमण मिटाकर,
करे कर्म जो अच्छे हो।
रिश्तों का बंधन अपनाकर,
निभाये वो जो सच्चे हो।।
नही किसी से बैर पाले,
ना किसी को क्षीण माने।
राहों में जीवन की हरदम,
कृत-उपकृत को हम जाने।।
ये संक्रांति ऐसी हो की,
सब ही सारे सुख पाये।
खुशियां सबके जीवन में हो,
नही किसी को दुःख आये।।
पवन बधाई ये देता हैं की,
हरदम सब दिल के पास रहे।
जब भी कोई संक्रमण आये,
आपके साथ की आस रहे।।
मूल रचना -पवन सिंह
मकर संक्रांति पर प्रस्तुत कुछ पंक्तियाँ
हे ईश्वर तू कृपा करना,
जीवन की डोर को थामना,
पतंग की भांति उड़ती जाये,
मुश्किलों का ना हो सामना।
राहों का संक्रमण मिटाकर,
करे कर्म जो अच्छे हो।
रिश्तों का बंधन अपनाकर,
निभाये वो जो सच्चे हो।।
नही किसी से बैर पाले,
ना किसी को क्षीण माने।
राहों में जीवन की हरदम,
कृत-उपकृत को हम जाने।।
ये संक्रांति ऐसी हो की,
सब ही सारे सुख पाये।
खुशियां सबके जीवन में हो,
नही किसी को दुःख आये।।
पवन बधाई ये देता हैं की,
हरदम सब दिल के पास रहे।
जब भी कोई संक्रमण आये,
आपके साथ की आस रहे।।
मूल रचना -पवन सिंह
मो. 09406601993

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