Sunday, 9 July 2017

गुरु पूर्णिमा पर सनातनी गुरु भगवा ध्वज पर कविता

⛳ गुरु पूर्णिमा पर्व की बहुत बहुत शुभकामनाएं⛳

ईश्वर का सन्देश सुनाए, भगवा ध्वज अपना सुहाना।
आदि धर्म का चिन्ह हमारा, मानवता का यही घराना।
हम सबकी पहचान यही है, सकल विश्व में इसे ले जाना।।

दो भुजाएँ ध्वज की कहतीं, ब्रह्म एक, जड़-चेतन रूपा,
सारे विश्व मे यही विराजे, सूक्ष्म रूप में यही स्वरूपा।
यह सनातन दर्शन अपना, इसकी महिमा को ऋषियों ने जाना।।
ईश्वर का सन्देश सुनाए, भगवा ध्वज अपना सुहाना।।1।।

सूर्योदय की गहरी लालिमा, विश्व सूर्य से ऊर्जा पाता,
तमस मिटाए सारे जग से, कण-कण में उत्साह जगाता।
त्याग समर्पण की गाथा वाला, ऋषियों मुनियो का ताना-बाना।।
ईश्वर का सन्देश सुनाए, भगवा ध्वज अपना सुहाना।।2।।


त्याग शौर्य और बलिदानो का, अजर अमर इतिहास यहाँ,
भगवा ध्वज की थाती वाला, सनातनी आदर्श यहां।
जो इसकी महिमा ना जाने, उसको अब हमको बतलाना।।
ईश्वर का सन्देश सुनाए, भगवा ध्वज अपना सुहाना।।3।।


Pawan Singh Abhivyakt

मूल रचना ✍🏼 पवन सिंह"अभिव्यक्त" , मंदसौर

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