Wednesday, 26 July 2017

कारगिल विजय दिवस पर कुछ पंक्तियां


जीवन की राह में आगे बढ़ता जा
"जय श्री राम" का शंखनाद दुनिया को सुनाता जा।।
तेरी सफलता का मार्ग प्रशस्त तू करता जा
रख मन में हौसला सफलता का।।
तू उठ और चलता जा, लहरा दे जग में "भगवा विश्वगुरु" का।।
अपने तो क्या, करे गर्व पूरा भारतवर्ष तुझ पर
ऐसी डगर नयी बनाता जा।।
तू न रुकना, ना तू थमना
बस "वन्दे मातरम" का घोष "अखण्ड भारतवर्ष" में करता जा।।

जय हिंद।।⛳⛳

सिंह चौहान

Wednesday, 12 July 2017

अमरनाथ यात्रियों पर हमले और दोगले हिंदु


💥 वर्तमान की अमरनाथ यात्रा पर हुए आतंकी हमले और दोगले हिन्दुओ की नीति को दर्शाती कुछ पंक्तियां💥

कश्मीर में होते हमले, देते है संदेश यही।
हिन्दू मुस्लिम भाई भाई का, यहाँ नही परिवेश कोई।।

हम उनको तो भाई माने, वो तो गाली देते है।
हम उन पर फूल बरसाते, वो तो गोली देते है।।

हम कहते तो दोगले हिन्दू, नाक चढ़ा कर बैठ जाते,
हम बोले तो सेकुलरो के, कुनबे बाहर आ जाते।

अवार्ड वापसी, नारे बाजी, इनके गोरखधंधेे है,
जब हिन्दू मरता पिटता है, तब ये होते अंधे है।।

कश्मीर को जलते देखो, कोई भी ना बोलेगा।
मुँह पर लगे हुए है ताले, कोई भी ना खोलेगा।।

डरा नही सकते ये हमले, अमरनाथ की भक्ति को।
शायद कम माना है तुमने, हिंदुत्व की शक्ति को।।

मत छेड़ो तुम चुप बैठो, वरना पाकिस्तान मिटा देंगे।
लाहौर से ढाका तक, हिंदुस्तान बना देंगे।।

हिन्दुओ की थाती गाती, हर दम नए तराने है।।
डरते नही तुम कायरों से, गाते शिव के गाने है।।

"अभिव्यक्त" यह कहता है कि, सामने का ना होगा द्वंद।
बहिष्कार हो पूरा इनका, दोस्ती यारी हो पूरी बन्द।।

Pawan Singh, Mandsaur

मूल रचना✍🏼 पवन सिंह "अभिव्यक्त", दोरवाडा, मंदसौर
मो.- 9406601993

Sunday, 9 July 2017

गुरु पूर्णिमा पर सनातनी गुरु भगवा ध्वज पर कविता

⛳ गुरु पूर्णिमा पर्व की बहुत बहुत शुभकामनाएं⛳

ईश्वर का सन्देश सुनाए, भगवा ध्वज अपना सुहाना।
आदि धर्म का चिन्ह हमारा, मानवता का यही घराना।
हम सबकी पहचान यही है, सकल विश्व में इसे ले जाना।।

दो भुजाएँ ध्वज की कहतीं, ब्रह्म एक, जड़-चेतन रूपा,
सारे विश्व मे यही विराजे, सूक्ष्म रूप में यही स्वरूपा।
यह सनातन दर्शन अपना, इसकी महिमा को ऋषियों ने जाना।।
ईश्वर का सन्देश सुनाए, भगवा ध्वज अपना सुहाना।।1।।

सूर्योदय की गहरी लालिमा, विश्व सूर्य से ऊर्जा पाता,
तमस मिटाए सारे जग से, कण-कण में उत्साह जगाता।
त्याग समर्पण की गाथा वाला, ऋषियों मुनियो का ताना-बाना।।
ईश्वर का सन्देश सुनाए, भगवा ध्वज अपना सुहाना।।2।।


त्याग शौर्य और बलिदानो का, अजर अमर इतिहास यहाँ,
भगवा ध्वज की थाती वाला, सनातनी आदर्श यहां।
जो इसकी महिमा ना जाने, उसको अब हमको बतलाना।।
ईश्वर का सन्देश सुनाए, भगवा ध्वज अपना सुहाना।।3।।


Pawan Singh Abhivyakt

मूल रचना ✍🏼 पवन सिंह"अभिव्यक्त" , मंदसौर