💥 वर्तमान की अमरनाथ यात्रा पर हुए आतंकी हमले और दोगले हिन्दुओ की नीति को दर्शाती कुछ पंक्तियां💥
कश्मीर में होते हमले, देते है संदेश यही।
हिन्दू मुस्लिम भाई भाई का, यहाँ नही परिवेश कोई।।
हम उनको तो भाई माने, वो तो गाली देते है।
हम उन पर फूल बरसाते, वो तो गोली देते है।।
हम कहते तो दोगले हिन्दू, नाक चढ़ा कर बैठ जाते,
हम बोले तो सेकुलरो के, कुनबे बाहर आ जाते।
अवार्ड वापसी, नारे बाजी, इनके गोरखधंधेे है,
जब हिन्दू मरता पिटता है, तब ये होते अंधे है।।
कश्मीर को जलते देखो, कोई भी ना बोलेगा।
मुँह पर लगे हुए है ताले, कोई भी ना खोलेगा।।
डरा नही सकते ये हमले, अमरनाथ की भक्ति को।
शायद कम माना है तुमने, हिंदुत्व की शक्ति को।।
मत छेड़ो तुम चुप बैठो, वरना पाकिस्तान मिटा देंगे।
लाहौर से ढाका तक, हिंदुस्तान बना देंगे।।
हिन्दुओ की थाती गाती, हर दम नए तराने है।।
डरते नही तुम कायरों से, गाते शिव के गाने है।।
"अभिव्यक्त" यह कहता है कि, सामने का ना होगा द्वंद।
बहिष्कार हो पूरा इनका, दोस्ती यारी हो पूरी बन्द।।
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| Pawan Singh, Mandsaur |
मूल रचना✍🏼 पवन सिंह "अभिव्यक्त", दोरवाडा, मंदसौर
मो.- 9406601993