
उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणामो की व्याख्या शब्दो में करना संभव नही हैं। देश के सबसे बड़े राज्य जिसमे जातिवाद की हवा रग-रग में बसती है, जहाँ सपा-बसपा-कांग्रेस जैसी अन्य पार्टियां वोट पाने के लिए राज्य में जातिगत माहौल बनाकर हिन्दू-मुस्लिम, अगड़े-पिछड़े, दलित, अमीर-गरीब की राजनीती करती हो, जिस राज्य की सरकार, देश की दशा-दिशा तय करती हो उस उत्तर प्रदेश की जनता ने बीजेपी को 300 से अधिक सीटे देकर इतिहास रच दिया। देश-विदेश के राजनितिक विश्लेषक हो या विपक्षी सभी हैरान, आश्चर्यचकित है, यहां तक की स्वयं मोदी व बीजेपी को भी इतनी विशाल जीत का भरोसा ना रहा होगा, परन्तु यह संभव हो पाया मोदी के अटल इरादों व अमित शाह की चुनावी कार्यप्रणाली के कारण।।
उत्तर
प्रदेश का चुनाव परिणाम अब इतिहास का हिस्सा होंगे, जो की मोदी की केंद्र
सरकार के मध्यावधि चुनाव जैसे है, जो की पिछले ढाई वर्षो में लिए गए फैसलों
और नीतियों के परिणाम स्वरूप देश के सामने है। यह चुनाव बीजेपी संगठन व
सरकार को नई ऊर्जा और नए कार्यो की पूर्ति हेतु मार्गदर्शित करेंगे,
क्योंकि वर्तमान में भारत के आधे से ज्यादा हिस्से पर पंचायत निकाय से लेकर
केंद्र तक बीजेपी की सरकारें है। किसी समय ऐसी स्थिति कांग्रेस की हुआ
करती थी, परन्तु सत्ता को सबकुछ मानना कांग्रेस को भारी पड़ा और उसका
खामियाजा उसे आज भुगतना पड़ रहा है। आज कांग्रेस राहुल के नेतृत्व में अंतिम
सांस गिन रही हैं। कुर्सी का स्वाभाव होता है कि सत्ता के साथ साथ वो
अहम-घमण्ड को भी लेकर आती है जिससे बीजेपी को सावधान रहना होगा वरना
कांग्रेस जैसी स्थिति होते देर ना लगेगी।।
यूपी चुनाव में अन्य मुद्दों के साथ साथ हिंदुत्व का मुद्दा भी जोरो पर रहा, देश के सबसे बड़े राज्य का अपना धार्मिक महत्व भी है, इस कारण यहाँ हिन्दुओ के वोट बैंक को भटकाने की भी चर्चाएं रही। हिंदुत्व का ठप्पा लगाये सत्ता में आई बीजेपी को हिन्दुओ की भावनाओं को समझते हुए हिन्दू वोट बैंक जो कि इस बार खुलकर बीजेपी के समर्थन में आया और बीजेपी को वोट किया, अब बीजेपी को उनकी भावनाओं का सम्मान करना चाहिए।।
बीजेपी की केंद्र तथा देश के आधे से ज्यादा हिस्से में सरकारे है, ऐसे समय आम जनता और सरकारों के बीच सामंजस के लिए मोदी की केंद्र सरकार तथा बीजेपी संगठन को एक ऐसी टीम प्रत्येक भाजपा शासित प्रदेशों में नीचे स्तर तक बनानी चाहिए जो जनता की मुलभुत आवश्यकताओ की जानकारी रख सके। जनता की सरकार से क्या अपेक्षाएं है? गरीब, दलित, शोषित, मजदुर, किसान, छोटे व्यापारी, बेरोजगार युवा, अगड़े-पिछड़े आदि की क्या समस्याएं है और उनका क्या समाधान हो सकता हैं??उत्तर प्रदेश की जनता ने भ्रष्टाचार से गुंडाराज से मुक्ति, रोजगार सृजन, बिजली पानी आवास की उपलब्धता, किसानों को फसलो के उचित दाम और राज्य को विकास के नए आयाम गड़ने के लिए बीजेपी को महाविजय दिलाई है।
यूपी चुनाव में अन्य मुद्दों के साथ साथ हिंदुत्व का मुद्दा भी जोरो पर रहा, देश के सबसे बड़े राज्य का अपना धार्मिक महत्व भी है, इस कारण यहाँ हिन्दुओ के वोट बैंक को भटकाने की भी चर्चाएं रही। हिंदुत्व का ठप्पा लगाये सत्ता में आई बीजेपी को हिन्दुओ की भावनाओं को समझते हुए हिन्दू वोट बैंक जो कि इस बार खुलकर बीजेपी के समर्थन में आया और बीजेपी को वोट किया, अब बीजेपी को उनकी भावनाओं का सम्मान करना चाहिए।।
बीजेपी तथा इसके नेताओ को इस बात को समझना होगा की लोगो ने वोट चाहे मोदी को देखकर दिया हो परन्तु लोगो को रोजमर्रा के कामो के लिए स्थानीय विधायक या सांसद के पास ही जाना पड़ता है, इसलिए इन नेताओं को अपने दायित्व को समझते हुए अपने कर्तव्य का पालन अच्छे से करना होगा ताकि जनता की अपेक्षाओं की पूर्ति की जा सके वरना जनता दूसरा विकल्प खोजने लगेगी।।
- पवन सिंह"अभिव्यक्त", मंदसौर
मो- 9406601993
